नगर निगम के कार्य में केडीए बना रोड़ा, महापौर ने सचिव को पत्र लिखकर की शिकायत

नगर निगम के कार्य में केडीए बना रोड़ा, महापौर ने सचिव को पत्र लिखकर की शिकायत 

नगर निगम की प्रस्तावित योजनाओं पर काम रुका 

उत्तर प्रदेश कानपुर। स्वरूप नगर घंटाघर की जमीन पर महिला मार्केट केडीए ने पेंच फंसा दिया है। इसको लेकर मुख्य सचिव की पत्र भी लिखा बता दें महापौर ने शहर के स्वरूप नगर में प्रस्तावित पहली महिला मार्केट को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर शिकायत की है। पत्र में लिखा कि विभागों में आपसी सामंजस्य न होने की वजह से समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। बताते चलें कि स्वरूप नगर घंटाघर की जमीन पर महिला मार्केट पर केडीए ने पेंच फंसा रखा है। जमीन को अपना बताया है, केडीए ने नगर निगम के सामने रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल का प्रस्ताव रखा है। चकेरी सीवेज फॉर्म की भूमि पर सोलर प्लांट के निर्माण को जमीन देने से केडीए ने मना कर दिया है। केडीए ने कहा है कि सीवेज फॉर्म चकेरी में हम एयरो सिटी ला रहे हैं। यदि नगर निगम के लिये यहां एसटीपी की जरूरत है, तो हम 50 से 100 एकड़ भूमि नगर निगम को दे सकते हैं। कानपुर विकास प्राधिकरण ने नगर निगम से संबंधित भूमियों के विवाद में शासन में जवाब पहले दाखिल किया था। केडीए ने इससे पहले नगर निगम की योजना के लिये प्रस्तावित जमीनों व दूसरी अन्य तमाम संपत्तियों पर अपना अधिकार बताया था। जिससे नगर निगम की प्रस्तावित योजनाओं पर काम रुक गया। इस मामले पर पहले भी मुख्य सचिव ने अधिकारियों संग बैठक की थी। इस पर मुख्य सचिव ने मामले को निस्तारित करने के निर्देश दिए थे। केडीए ने मामले में अपना जवाब दाखिल किया था कि यह संपत्तियां कानपुर एरिया डेवलपमेंट एक्ट-1945 की धारा-4बी के अनुसार केडीए में निहित हुई। ऐसी संपत्तियां बाद उप्र नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम-1973 की धारा 59 के तहत केडीए में निहित हो गईं।केडीए ने कहा कि चकेरी सीवेज फार्म की 1257.43 एकड़ भूमि जो सीवेज कार्य प्रयोजनार्थ है। यह संपत्ति केडीए की है। महत्वाकांक्षी परियोजना एयरो सिटी उक्त भूमि पर प्रस्तावित कर कंसल्टेंट कम्पनी के चयन की कार्यवाही की जा रही है। केडीए ने विकास के लिये एयरपोर्ट के निकट दिल्ली ऐरो सिटी की तर्ज पर कानपुर एयरो सिटी का निर्माण प्रस्तावित है।

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