सरकार ने 27 हजार सरकारी नौकरी देने का किया ऐलान इस पदों पर भर्ती
बिहार। बिहार सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में 27,000 रिक्त पदों को भरने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने घोषणा की कि यह भर्ती चरणों में पूरी की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य चिकित्सा पेशेवरों की कमी को दूर करके पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाना है। 17,000 पदों के लिए विज्ञापन जारी किए गए हैं, जबकि अतिरिक्त 10,000 पदों के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग (बीटीएससी) को अनुरोध भेजा गया है। इस प्रयास से योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति में मदद मिलेगी और राज्य के अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर होगी।
चिकित्सा पेशेवरों पर भर्ती का फोकस: भर्ती अभियान में 3,623 विशेषज्ञ डॉक्टर, 667 सामान्य चिकित्सक और 808 दंत चिकित्सक नियुक्त किए जाएंगे। 7,903 जनरल नर्सिंग और मिडवाइफरी (जीएनएम) रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया भी चल रही है। बिहार में स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए ये कदम महत्वपूर्ण हैं।
इसके अलावा, सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के लिए कदम उठाए हैं। बीटीएससी को 542 जनरल सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ पदों के लिए अनुरोध भेजा गया है। भर्ती प्रक्रिया के तहत इन पदों के लिए विज्ञापन पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य अवसंरचना को बढ़ाना: बिहार में वर्तमान में 534 ब्लॉकों में 326 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) संचालित हैं। इसके अलावा, 1,494 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। सरकार का लक्ष्य चल रहे भर्ती प्रयासों के माध्यम से इन केंद्रों पर चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाना है।स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए 216 अस्पतालों को फर्स्ट रेफरल यूनिट (FRU) में बदलने की योजना पर काम चल रहा है। ये यूनिट चौबीसों घंटे प्रसव और सिजेरियन सेवाएं प्रदान करेंगी। फिलहाल ऐसी सेवाएं 100 अस्पतालों में उपलब्ध हैं। बिहार सरकार का यह व्यापक दृष्टिकोण स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अपने नागरिकों के लिए चिकित्सा सेवाओं तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। स्टाफ़ की कमी को दूर करके और सुविधाओं को उन्नत करके, बिहार का लक्ष्य अपनी आबादी के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा परिणाम प्रदान करना है।
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