गाजीपुर के दबंग प्रधान प्रतिनिधि ने विधायक निधि मे भी कर दिया भ्रष्टाचार

गाजीपुर के दबंग प्रधान प्रतिनिधि ने विधायक निधि मे भी कर दिया भ्रष्टाचार


Today crime news 

उत्तर प्रदेश गाजीपुर। एक तरफ घूंघट ओढ़कर विकास का दावा कर रही ग्राम प्रधान वहीं प्रतिनिधि की खाउ कमाउ नीति से समुची ग्राम सभा भ्रष्टाचार की जद में आकर बेहाल हो गयी है। आलम यह है कि भ्रष्टाचारी प्रधान प्रतिनिधि ने गांव के विकास के लिये सरकार की ओर से आयी सारी रकम का बंदरबांट किया ही विधायक निधि से गांव के बाहर बने गेट में भी ऐसा गोलमाल किया कि कुछ महीनो बाद ही खोखला विकास खंडहर हो गया। जब सूचना के बाद पत्रकारों ने आरोपी प्रधान प्रतिनिधि से बात करने का प्रयास किया तो उसने अपने गुर्गो से मीडिया को धमकी दिलाने का भी कुत्सित प्रयास किया। 

मामला सदर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत रामपुर जगन का है। गांव के राजस्व गांव सरायपीर मुहम्मद जहां बाबा की मजार भी है। उसके मुख्य मार्ग पर इलाकाई विधायक बिरेन्द्र यादव की ओर से स्वागत गेट बनवाया गया। इस गेट में तकरीबन 3 से 4 लाख रूपये खर्च हुये है। काम भी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मैनेजर यादव की देखरेख में हुआ लेकिन कुछ महीनो बाद ही लाखों की लागत से बने गेट में भ्रष्टाचार की दरारे दिखने लगी। मामला सार्वजनिक होने के बाद जब मीडियाकर्मियों ने मैनेजर यादव से सम्पर्क करने की कोशिश किया तो उनके कुछ गुर्गे जिनका नम्बर  मीडियाकर्मियों को ही धमकाने लगे। जबकि गांव के लोगों का कहना है कि गेट तो छोड़िये गांव की नाली और खड़जें के नाम पर प्रधान प्रतिनिधि मैनेजर यादव ने जमकर लूट खसोट किया है। 

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी निकासी के लिये बनी नाली को प्रधान के गुर्गो ने पाटकर पानी निकासी रोक रखी है जिससे गांव के नाबदानों का गन्दा पानी मुहल्ले मे मौजूद माॅ काली के मन्दिर में जा रहा है। आवास योजना हो या दिव्यांगो को लाभ देने की बात कृषि योजना हो या छात्र छात्राओं को शासन से मिलने वाली सुविधायें किसी काम में मौजूदा ग्राम प्रधान श्रीमती सुषम यादव कभी नही दिखती। चुने जाने के बाद सालो बीत गये लेकिन समूचा काम उनके पति मैनेजर यादव ही करते है। विधायक निधि से गांव के बाहर सराय पीर मुहम्मद बाबा की मजार के नाम पर बना गेट दरारों से जानलेवा हो गया है इस बात की शिकायत व सूचना जब मैनेजर यादव को मीडिया के लोगो ने दी तो श्री यादव ने आनन फानन में राज मिस्त्रियों  एक टीम दरार ठीक करने के लिये भेजा लेकिन मौके पर पहुंच जब गेट हिलने लगा तो मजदूर भी मरम्मत के बजाय भाग जाना ही उचित समझे।

ग्रामीण प्रदीप यादव, सुरेश यादव आदि लोगों का आरोप है कि मौजूदा ग्राम प्रधान घुंघट से बाहर आज तक नही निकल पायी किसी खुली बैठक या सरकारी योजनाओ ंके क्रियान्वयन मे भी मौजूद नही रहती। उनका पूरा काम पति मैनेजर यादव ही करते है। मैनेजर यादव से लगातार तीन दिन प्रयास करने के बाद भी उन्होनें अपना मोबाइल रिसीव नही किया बल्कि एक गुर्गे को ही फोन करने वालों को हड़काने की सुपारी दे दी। मामले की जानकारी मौजूदा पंचायत राज अधिकारी के साथ-साथ क्षेत्रीय विधायक जिनकी निधि से यह काम हुआ है उन्हें भी सूचना दी गयी है। ग्राम प्रधान का कहना है कि गेट गिरे या ढहे हमसे कोई लेना देना नही है। जो जैसे चाहे जांच करा ले, हम कार्यवाही से निपट लेगे।

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