शहर के 742 जर्जर भवन घटना घटित होने पर नगर निगम जिम्मेदार नहीं
श्रावण मास में मंदिरों के आसपास साफ-सफाई के संबंध में महापौर ने की बैठक
Today crime news
उत्तर प्रदेश कानपुर। नगर निगम मुख्यालय स्थित समिति कक्ष में महापौर द्वारा जर्जर भवनों और श्रावण मास में मंदिरों के आसपास साफ-सफाई के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो शहर की स्वच्छता और सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। जर्जर भवनों की संख्या मुख्य अभियंता "सिविल" सैय्यद फरीद अख्तर जैदी ने बताया कि पूरे शहर में 742 जर्जर भवन हैं, जिनमें सबसे अधिक 441 जर्जर भवन जोन-1 में और 201 जोन-4 में हैं। वाल पेंटिंग सभी जर्जर भवनों पर वाल पेंटिंग से लिखा जाएगा कि अप्रिय घटना घटित होने पर नगर निगम जिम्मेदार नहीं होगा।
विडियोग्राफी जर्जर भवनों के संबंध में महापौर ने निर्देश दिया कि उनकी वीडियोग्राफी भी कराई जाए। महापौर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी और सभी जोनल स्वच्छता अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रावण मास के दौरान प्रमुख शिव मंदिरों में रात्रि के समय सफाई कराई जाए। इनमें आनंदेश्वर मंदिर, परमट, वनखंडेश्वर मंदिर, पी रोड, जागेश्वर मंदिर, नवाबगंज और सिद्धनाथ मंदिर, जाजमऊ शामिल हैं। मलेरिया और डेंगू से बचाव नालियों में दवा का छिड़काव और फॉगिंग कराई जाएगी ताकि मलेरिया और डेंगू से बचा जा सके। प्रवेश मार्गों की स्थिति मंदिरों के प्रवेश मार्गों को गड्ढा मुक्त और मोटरेबल बनाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। जलभराव की समस्या वर्षा के समय ज्यादा जलभराव वाले क्षेत्रों में डीजल पंप लगाकर पानी निकाला जाएगा। महापौर ने "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत 9 जुलाई को एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए जलकल विभाग, बेनाझाबर के पीछे स्थित खाली मैदान में पेड़ लगाए जाएंगे। महापौर ने सभी प्रमुख मंदिरों में मार्ग प्रकाश और झालर लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें अपर नगर आयुक्त, अधिशासी अभियंता, जोनल अधिकारी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी शामिल थे। इन निर्णयों से शहर की स्वच्छता और सुरक्षा में सुधार होगा और श्रावण मास के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।
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