नियम ताक पर रखकर ट्रेनों के अंदर जाकर खाद्य सामग्री बेच रहे वेंडर
उत्तर प्रदेश कानपुर। रेलवे स्टेशन पर इस समय रेलवे अधिकारियों के संरक्षण मे वेंडरों की मनमानी चल रही है जो अब प्लेटफॉर्म पर खाद्य सामग्री बेचने की परमिशन मिलने का फायदा उठाकर ट्रेनों के अंदर जाकर सामान बेच रहे हैं। इतना ही नहीं वेंडर यह काम आरपीएफ की नजरों के सामने ही करते रहते हैं, जिन्हें ऐसा करने से नहीं रोका जाता है। बुधवार को दोहपर करीब साढ़े बारह बजे प्लेटफॉर्म दो पर गाड़ी नंबर 11124 ग्वालियर -बरौनी एक्सप्रेस आई गाड़ी रुकने से पहले ही प्लेटफॉर्म एक पर ही पन्नियों में सामान बेचने के लिए खड़े हो गए वेंडरों ने ट्रेन के रुकते ही देर नहीं की और पटरी उतरकर खड़े हो गए गाड़ी रुकते ही अंदर जाकर सामान बेचने लगे। बताते चलें कि कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर वेंडरों का अवैध तरीके से धंधा चल रहा है, जिसमें वे पटरियों को पार कर ट्रेनों में खाद्य सामग्री बेचते हैं। यह धंधा रेलवे प्रशासन की अनदेखी और आरपीएफ की सुस्ती के कारण फल-फूल रहा है। वेंडर प्लेटफार्मों के बीच पटरियों पर कूदकर चढ़ते हैं और ट्रेनों में अवैध रूप से खाद्य सामग्री बेचते हैं। यह न केवल रेलवे के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है। आरपीएफ और खानपान विभाग की मिलीभगत के बिना यह धंधा संभव नहीं है। स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मी भी इन वेंडरों को रोकने में विफल हैं। सवाल यह है कि क्या इन वेंडरों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? क्या आरपीएफ और खानपान विभाग की मिलीभगत के बिना ये संभव है? इस लापरवाही से यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है और रेलवे को भी भारी नुकसान हो रहा है। रेलवे प्रशासन, आरपीएफ और खानपान विभाग को इस अवैध धंधे पर रोक लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा, रेलवे प्रशासन को स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिए। स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी ऐसे वेंडरों को देखा जा सकता है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने और यात्रियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने से इस समस्या का समाधान हो सकता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए रेलवे प्रशासन, आरपीएफ और खानपान विभाग को मिलकर काम करना होगा। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यह आवश्यक है कि इस अवैध तरीके के धंधे पर रोक लगाई जाए और स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। रेलवे स्टेशन पर खाने पीने का खुला सामान बेचना और वह भी अवैध तरीके से यह नियमों का खुला उल्लंघन है। अवैध तरीके वेंडिंग को रोकने की जिम्मेदारी प्रयागराज रेल मंडल के सीनियर डीआरएम और आरपीएफ की जिम्मेदारी है, लेकिन दोनों ही विभाग इस काम में विफल साबित हो रहे हैं। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए तैयारियां भी चल रही हैं। लेकिन वर्तमान स्टेशन पर जो खामियां हैं उन्होंने दूर करने में मंडल रेल प्रशासन नाकाम होता दिखाई दे रहा है। रेलवे स्टेशन पर अवैध तरीके से वेंडर लगातार अपनी दुकान चला रहे हैं, और उन पर कोई रोक-टोक भी दिखाई नहीं देती। हर प्लेटफार्म पर ट्रेन के आते ही हर कोच के सामने और पटरी पर उतर कर खाने-पीने के सामान लेकर खड़ा हो जाता है। अधिकतर वेंडर खाने-पीने का खुला सामान बेचने लगते हैं।
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